.....तो क्या ये 'कॉन्डम विरोधी' सरकार है ???





मौजूदा सरकार अपने बयानवीरों के चलते आये दिन सुर्ख़ियों में रहती है |लगता है जैसे  सरकार ने कुछ महाज्ञानियो को  'हर विषय ' पर बोलने का टेंडर दे रखा है |यह लोग समय- समय पर अपने प्रवचनों से खुद की पार्टी की गरिमा बनाये /बचाये  रखते हैं |इनमे से कुछ खोजी पत्रकार भी हैं जो कचरा प्रबंधन की स्टैटिक्स से खासा रूचि रखते हैं |ऎसे ही विधायक हैं ज्ञानदेव  सिंह ,जिन्होंने हाल में एक  बड़ा खुलासा किया है |
देशद्रोह का आरोप भले ही जे एन यू  के कुछ छात्रों पर हो पर देश का  एक तबका वाजिब /गैर वाजिब  सवालों की बंदूक  जे एन यू पर प्रकरण  के  पहले दिन से ही तान कर निशाना लगाने में जुटा हुआ है |राजस्थान के रामगण से भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने  खुलासा किया है कि  'जे एन यू वो जगह है जहा  ३००० से ज्यादा कॉन्डम और एंटी प्रेग्नेंसी इंजेक्शन इस्तेमाल होते हैं |रात को ८ बजे के बाद यहाँ के स्टूडेंट नंगे नाचते हैं' | हालांकि  मैं खुद भारतीय  जनसंचार संस्थान  का छात्र  हूँ  और पास  होने कि वजह से  कई बार  जे एन यू आने  जाने और रुकने का मौका मिला है पर दुर्भाग्य कि ज्ञान देव सिंह जैसा सौभाग्य मुझे प्राप्त नही हो सका |ज्ञानदेव सिंह इसके अलावा भी कई  मज़ेदार बाते बोली है लेकिन हमारे चिंतन का विषय कॉन्डम है |
विधायक जी के बयान के बाद यौन सुरक्षा को लेकर सजग सरकारी सलाहकारों के बीच मायूसी छायी है | परिवार नियोजन कार्यक्रमों को जबरदस्त धक्का लगा है |दरअसर कॉन्डम यौन सुरक्षा का सबसे सस्ता और कारगर औजार  है |सरकार स्वयं गर्भ निरोध कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए हर साल लाखो रुपया खर्च करती है | विधायकजी के बयान से  दोहरापन टपकता है |बुद्धिजीवियों का मानना है कि  उन्होंने कॉन्डम को कुछ इस तरह से पेश किया है कि जैसे वह तस्करी कर लाया गया नशीला पदार्थ हो जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है या कोई ऐसा पेय जिसको पीते ही इंसान राष्ट्रविरोधी हो जाता है |  गर्भ निरोध के कृत्रिम तरीको में  कॉन्डम का एकाधिकार रहा है शायद इसीलिए कुछ विमर्शकारों का यह भी आकलन है कि यह बयान  कॉन्डम का विकल्प देने जा रही किसी कम्पनी की शह पर दिया गया है | जे एन यू के  छात्रों की माने तो उन्हें तो कॉन्डम से कोई समस्या नही है बल्कि यह तो सभ्य समाज की निशानी है जहां सुरक्षित यौन संबंधो और परिवार नियोजन कार्यक्रमों का ख्याल रखा जाता है |
राघव जी की पार्टी का राष्ट्रवाद अपना दायरा फैला रहा है | खान-पान , किताबे और पहनावे के बाद व् आपकी जैविक जरूरतों पर हमला करने के मूड में है |क्या विधायक जी के बयान से भाजपा सहमत है ? अगर ऐसा हुआ तो शायद यह सरकार दुनिया की पहली 'कॉन्डम विरोधी ' सरकार होगी |

आशुतोष तिवारी
(भारतीय जन संचार संस्थान )

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