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भटकन का आदर्श
'वेदना में एक शक्ति है जो दृष्टि देती है। -अज्ञेय '
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पीड़िता अगर दलित है तो 'दलित पीड़िता' लिखा जाना जरूरी है |
को
मार्च 18, 2016
कुंठाएं हमारी परवरिश की नाजायज बेटिया हैं |
को
मार्च 17, 2016
.....नहीं तो भारत एक थोपा हुआ राष्ट्र बनकर रह जाएगा |
को
मार्च 14, 2016
मां !..यह शहर लगभग बीमार हो चुके लोगों की रचना है |
को
मार्च 09, 2016
यह हमारे 'देखने' की दरिद्रता है |
को
मार्च 07, 2016
बहन' सी है .....पर.'बहन'...... जितनी दूर नही !!!
को
मार्च 04, 2016
हर कलाकार के जीवन के पीछे एक कठोर नियति कार्य करती है |
को
मार्च 03, 2016
.....नही तो राष्ट्रवाद अंततः टकराव पर टिका बौद्धिक मिथक बनकर रह जायेगा !!!!
को
मार्च 02, 2016
इस बजट के लिए राहुल गांधी को शुक्रिया नही बोलियेगा ???
को
मार्च 01, 2016
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