संदेश

यह खौफ की एकता है |

समस्याओं के घाट पर फिर से तोलिया लपेटे खड़े है |

चुनाव सुधार इस समय की जरूरत है |

राष्ट्रवादी कुंठाएं खुद को प्रासंगिक रखने की हवस में अक्सर अपना निशाना अभिव्यक्ति के मासूम जन माध्यमो को बनाती आयी हैं |

सालाना दस्तावेज की खानापूर्ति

'विकास विरोधी' किसान नही बल्कि 'किसान विरोधी' आप है |